पुलिस मुख्यालय, मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार अक्टूबर माह को “राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा माह” के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में नागरिकों को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने और डिजिटल माध्यमों के सुरक्षित उपयोग के प्रति सजग करने के उद्देश्य से प्रदेशभर में विशेष जनजागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है।
टीकमगढ़ जिले में इस अभियान का संचालन पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में किया जा रहा है। अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को ऑनलाइन ठगी, फर्जी निवेश योजनाओं, अवैध लोन एप्स, सोशल मीडिया धोखाधड़ी, डिजिटल ब्लैकमेलिंग सहित विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों से बचाव के उपायों की जानकारी प्रदान करना है।
दिनांक 09 अक्टूबर 2025 को थाना लिधोरा के अंतर्गत विद्यालय परिसर में विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं स्टाफ के लिए जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। सत्र में उपस्थित लोगों को बताया गया कि किसी भी संदिग्ध लिंक, ईमेल या संदेश पर क्लिक न करें, अज्ञात एप्लिकेशन डाउनलोड करने से बचें तथा अपने बैंक विवरण, पासवर्ड या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।
इसी क्रम में थाना चंदेरा एवं थाना बमहोरिकला क्षेत्रांतर्गत साइबर चौपालों का आयोजन किया गया। इन चौपालों में ग्रामीण एवं शहरी नागरिकों को साइबर सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया गया तथा “डिजिटल गिरफ्तारी” जैसे नवीन प्रकार के साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दी गई।
अभियान के दौरान यह भी बताया गया कि यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर ठगी या ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटना घटित होती है, तो वह तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर – 1930 पर संपर्क करें या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर शिकायत दर्ज करें। समय पर सूचना देने से आर्थिक नुकसान की भरपाई की संभावना बढ़ जाती है।
➡️ इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई ने कहा –
> “साइबर अपराधों से सुरक्षा के लिए जागरूकता ही सबसे प्रभावी हथियार है। जब प्रत्येक नागरिक सजग रहेगा और जिम्मेदारी से डिजिटल साधनों का उपयोग करेगा, तभी हम एक सुरक्षित और विश्वसनीय डिजिटल समाज की स्थापना कर पाएंगे।”