जिले में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने हेतु पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के मार्गदर्शन में टीकमगढ़ पुलिस ने एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान पाँच चरणों – “नीड, परी, भरोसा, सहारा और आसरा” – में संरचित है, जो महिला के जीवन के प्रत्येक चरण को सुरक्षा, विश्वास एवं सहयोग से जोड़ने का प्रयास करता है।

🔺महिला सुरक्षा दलों की सक्रिय पहल

अभियान के अंतर्गत जिले के सभी थानों में गठित महिला सुरक्षा दल सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। ये दल गांवों, विद्यालयों एवं नगर क्षेत्रों में पहुँचकर महिलाओं और बालिकाओं से प्रत्यक्ष संवाद कर रहे हैं। कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें कानूनी अधिकारों, सुरक्षा उपायों एवं उपलब्ध सेवाओं की जानकारी दी जा रही है, जिससे वे जागरूक एवं आत्मविश्वासी बन सकें।

👉 “भरोसा” चरण के अंतर्गत संवाद कार्यक्रम

अभियान के “भरोसा” चरण के अंतर्गत 16 सितम्बर 2025 को थाना चंदेरा प्रभारी उप निरीक्षक रश्मि जैन एवं उनकी टीम ने छात्राओं और युवतियों के साथ संवाद सत्र आयोजित किया।

इस दौरान—

* छात्राओं की सुरक्षा संबंधी समस्याएँ सुनी गईं।
* शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा हुई।
* हेल्पलाइन सेवाओं एवं पुलिस सहायता के साधनों की जानकारी दी गई।
* थाना प्रभारी का व्यक्तिगत संपर्क नंबर साझा कर यह भरोसा दिलाया गया कि पुलिस सदैव तत्पर है।

🔸पुलिस अधीक्षक का अभिप्राय

पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई ने कहा—
“महिला सुरक्षा केवल कानून-व्यवस्था का विषय नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमारा उद्देश्य है कि प्रत्येक महिला अपने जीवन के हर पड़ाव पर सुरक्षित और सशक्त महसूस करे। इस दिशा में ‘नीड से आसरा’ अभियान एक सार्थक पहल है।”

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