टीकमगढ़ जिले में बढ़ते साइबर अपराधों की रोकथाम और आम जनता को डिजिटल सुरक्षा के प्रति सजग करने के उद्देश्य से पुलिस विभाग द्वारा “साइबर जागरूकता चौपाल” का आयोजन किया गया। यह अभियान पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देश पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में एक साथ चलाया गया।

यह जागरूकता कार्यक्रम मध्यप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव, पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाना, सागर जोन की पुलिस महानिरीक्षक डॉ. हिमानी खन्ना एवं छतरपुर रेंज के उपमहानिरीक्षक श्री ललित शाक्यवार के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

➡️ दिनांक 03 अगस्त 2025 को जिले के अलग-अलग स्थानों पर आयोजित इन चौपालों में नागरिकों को साइबर अपराधों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं। मुख्य रूप से ऑनलाइन ठगी, फर्जी ऋण एप्लिकेशन, सोशल मीडिया अकाउंट हैकिंग, अशोभनीय वीडियो कॉल के माध्यम से ब्लैकमेलिंग, और निवेश के नाम पर धोखाधड़ी जैसे मामलों से बचने के उपाय बताए गए।

👉अभियान के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह कुशवाह, एसडीओपी टीकमगढ़ श्री राहुल कटरे एवं एसडीओपी जतारा श्री अभिषेक गौतम ने भी जनसंवाद सत्रों में भाग लेकर लोगों को जागरूक किया। चौपालों में बड़ी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

➡️ पुलिस द्वारा दिए गए मुख्य सुझाव:-
* अनजान नंबरों से आने वाले कॉल, लिंक या मैसेज पर ध्यान न दें।
* ओटीपी, पासवर्ड या बैंक खाते की जानकारी किसी से साझा न करें।
* फर्जी लोन एप्स और डिजिटल गिरफ्तारी जैसे झांसे से सावधान रहें।
* किसी भी साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या नजदीकी थाना अथवा साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।

💥 जन संदेश:-
“साइबर सुरक्षा की पहली शर्त है – सतर्कता और जागरूकता।”
डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए जानकारी और समझ जरूरी है।
[7:00 pm, 4/8/2025] Rahman Khan Cug: प्रेस नोट जिला – टीकमगढ़
दिनांक – 04 अगस्त 2025

⏺️ पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देशन में टीकमगढ़ पुलिस द्वारा सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन हेतु जन-जागरूकता अभियान का शुभारंभ

टीकमगढ़ पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देशन में जिले में एक विशेष जन-जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य समाज में व्याप्त विभिन्न सामाजिक बुराइयों के प्रति लोगों को जागरूक करना तथा एक सुरक्षित, समान और सहयोगी वातावरण का निर्माण करना है।

➡️ अभियान की प्रमुख विशेषताएँ:-

* पुलिस और नागरिकों के बीच संवाद एवं विश्वास की नई परंपरा
* ग्राम्य, आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों में केंद्रित क्रियान्वयन
* महिलाओं, युवाओं एवं स्वयंसेवी संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित

➡️ प्रमुख गतिविधियाँ:-

* ग्रामीण अंचलों में चौपाल, शिविर एवं जनसंवाद का आयोजन
* नागरिकों को कानूनी प्रावधानों एवं अधिकारों की जानकारी प्रदान करना
* थानों से जनसंपर्क और नियमित जन-सुनवाई की व्यवस्था
* सामाजिक बुराइयों के दुष्परिणामों की व्याख्या एवं समाधान पर चर्चा

➡️ दिनांक 03 अगस्त 2025 को उठाए गए प्रमुख मुद्दे:-
* दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुप्रथाएँ
* नशीले पदार्थों का सेवन एवं भ्रूण हत्या जैसे गंभीर अपराध
* बाल श्रम, लैंगिक भेदभाव, घरेलू हिंसा आदि सामाजिक समस्याएँ
* वरिष्ठ नागरिकों की उपेक्षा एवं पारिवारिक विघटन की बढ़ती घटनाएँ
* विवाह आयोजनों में असंवेदनशीलता, अनावश्यक खर्च एवं ध्वनि प्रदूषण

➡️ अभियान का फोकस क्षेत्र:-

* दूरस्थ आदिवासी एवं सीमावर्ती गाँव
* शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक जागरूकता से वंचित इलाके
* वंचित बस्तियाँ जहाँ अभी भी जागरूकता का अभाव है

➡️ प्रमुख योजनाएँ एवं पहल:-

“नशा मुक्त समाज” हेतु सतत जागरूकता अभियान
महिला सुरक्षा को समर्पित योजनाएँ:-नीड, परी, भरोसा, सहारा, आसरा, तथा लैला-मजनू नियंत्रण अभियान
प्रतिभावान ग्रामीण युवाओं को प्रोत्साहित करने हेतु “प्रतिभा सम्मान योजना”

💥एसपी श्री मनोहर सिंह मंडलोई का संदेश:-
“जब तक समाज में कुरीतियाँ जीवित हैं, तब तक विकास अधूरा है। पुलिस और समाज साथ मिलकर चलें, तभी सामाजिक परिवर्तन की स्थायी नींव रखी जा सकती है।”

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