पुलिस मुख्यालय, मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार अक्टूबर माह को “राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा माह” के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर नागरिकों में साइबर अपराधों से बचाव हेतु जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेशव्यापी विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है।
➡️ इसी परिप्रेक्ष्य में टीकमगढ़ पुलिस द्वारा नागरिकों को इंटरनेट एवं डिजिटल माध्यम से होने वाले अपराधों से सुरक्षित रखने तथा सुरक्षित डिजिटल व्यवहार को प्रोत्साहित करने हेतु एक *व्यापक जनजागरूकता अभियान* प्रारंभ किया गया है। इस अभियान का संचालन पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
👉 अभियान का प्रमुख उद्देश्य आमजन को ऑनलाइन वित्तीय ठगी, फर्जी निवेश योजनाओं, अवैध लोन एप्स, सोशल मीडिया फ्रॉड, डिजिटल ब्लैकमेलिंग एवं अन्य प्रकार के साइबर अपराधों से बचाव के उपायों की जानकारी प्रदान करना है।
👉 दिनांक 08 अक्टूबर 2025 को थाना कुड़ीला द्वारा विद्यालय प्रांगण में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं विद्यालय स्टाफ को साइबर अपराधों के प्रकार, उनसे होने वाले जोखिम तथा सावधानियों के संबंध में जानकारी दी गई। उपस्थित जनों को यह सलाह दी गई कि वे किसी अज्ञात लिंक, ईमेल या संदेश पर क्लिक न करें, संदिग्ध एप्लीकेशन डाउनलोड न करें तथा अपनी बैंक संबंधित गोपनीय जानकारी, पासवर्ड या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।
🔺इसी क्रम में थाना बड़ागांव एवं थाना बमहोरिकला द्वारा अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत साइबर चौपालों का आयोजन किया गया, जिनमें ग्रामीण एवं शहरी नागरिकों को साइबर सुरक्षा के महत्व से अवगत कराया गया। पुलिस अधिकारियों ने वर्तमान में प्रचलित “डिजिटल गिरफ्तारी” जैसे नए प्रकार के साइबर धोखाधड़ी मामलों के प्रति भी नागरिकों को सजग रहने की अपील की।
अभियान के दौरान यह भी बताया गया कि यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर ठगी, ऑनलाइन फ्रॉड या किसी प्रकार की डिजिटल धोखाधड़ी घटित होती है, तो वह तत्काल राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर – 1930 पर संपर्क करें अथवा राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर शिकायत दर्ज करें। समय पर दी गई सूचना से वित्तीय क्षति की भरपाई की संभावना अधिक रहती है।
➡️इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई ने कहा –
> “साइबर अपराधों से सुरक्षा के लिए जागरूकता सबसे सशक्त माध्यम है। जब प्रत्येक नागरिक सतर्क और सजग रहेगा, तभी हम एक सुरक्षित डिजिटल समाज का निर्माण कर सकेंगे।”