टीकमगढ़ जिले में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई द्वारा प्रारंभ किए गए नवाचारों और अभियानों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। पुलिस के सतत प्रयासों और समाजिक सहभागिता से जिले में महिला अपराधों में लगभग 37% तक की उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।

🔹 महिला अपराधों में कमी (2024–2025)

शीलभंग- वर्ष-2024 – 75 अपराध
वर्ष -2025 -59 अपराध
इस वर्ष 21.33 % कमी

दहेज हत्या –
वर्ष -2024 -06 अपराध
वर्ष-2025 -05अपराध
इस वर्ष *16.6% कमी

दहेज प्रताड़ना –
वर्ष-2024 -95 अपराध
वर्ष-2025 -47 अपराध
इस वर्ष 50.5% कमी

भ्रूण हत्या/गुप्त व्ययन-
वर्ष -2024 -07 अपराध
वर्ष-2025 -04 अपराध
इस वर्ष 42.8% की कमी

🔹 “नवपहल” – पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई की अभिनव सोच

महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई द्वारा जिला स्तर पर अनेक रचनात्मक अभियान चलाए जा रहे हैं, जिनके अंतर्गत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के साथ-साथ समाज में जागरूकता भी बढ़ी है।

प्रमुख अभियान:

1. नीड, परी, भरोसा, सहारा, आसरा अभियान– महिलाओं की गर्भ से बुढ़ापे तक की सुरक्षा सुनिश्चितता।

🔺नीड -अभियान का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम करना है आंगनवाड़ी एवं आशा कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर गर्भपात करने बाले क्लीनिक ,सोनोग्राफी सेंटर ,चिकित्सक एवं संदिग्ध दंपत्तियों पर निगरानी रख कर नियमित रूप से चेकिंग एवं उचित समझाइस/कार्रवाई की जा रही है।

✨इस अभियान के कारण भ्रूण हत्या के प्रकरणों में गत वर्ष की तुलना में 42.85% की कमी आयी है

🔺 परी -इस अभियान का उद्देश्य छोटी बच्चियों के लैंगिक उत्पीड़न से बचाव करना है स्कूलों/आंगनबाड़ियों में जाकर शिक्षकों /कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर बालिकाओं को गुड टच और बैड टच की जानकारी दी जा रही है ।स्कूलों में कैमरे लगवाना स्कूल के कर्मचारियों जैसे शिक्षक,चपरासी एवं वाहन चालक का चरित्र सत्यापन इत्यादी सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं।

✨ इस अभियान के अंतर्गत अब तक ज़िले में कुल 55,309 बच्चियों को जागरूक किया गया है।

🔺भरोसा- अभियान का उद्देश्य किशोरवय बालिकाओं एवं नवयुवतियों को करियर एवं विधिक प्रावधानों के संबंध में मार्गदर्शन देना एवं अकेली निवासरत युवतियों की सुरक्षा करना है ताकि उनका पुलिस पर भरोसा क़ायम हो सके । पुलिस द्वारा कोचिंग सेंटर एवं सार्वजनिक परिवहन के साधनों की सतह चेकिंग की जा रही है एवं MP E cop ऐप एवं आत्मरक्षा हेतु मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।

✨ भरोसा अभियान के अंतर्गत अब तक ज़िले में कुल 6328 बच्चियों को जागरूक किया गया है।

🔺सहारा- युवतियों नौ दंपतियों को घरेलू हिंसा पारिवारिक कलह लड़ाई झगड़ा न बाद विवाद तलाक़ आदि के संबंध में समझाइश देकर के उचित संवाद एवं समन्वय स्थापित कर हर संभव मदद की जा रही है । पारिवारिक हिंसा की शिकार महिलाओं को महिला अधिकारी/कर्मचारियों के मोबाइल नंबर भी दिए जा रहे हैं, जिससे वह आवश्यकता पड़ने पर तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें ।

✨ पुलिस के द्वारा लगातार सहारा अभियान संचालित कर 65 जोड़ो के सामूहिक विवाह में आर्थिक सहायता कर अब तक जिले में कुल 192 महिलाओं की जरूरत के समय सहायता की गई।

🔺 आसरा इस अभियान का उद्देश्य बुजुर्ग लाचार असहाय एवं विक्षिप्त महिलाओं की सहायता करना ।
ज़िले में वृद्ध ,लाचार महिलाओं को चिन्हित कर उनसे संवाद कर जनसहयोग वस्त्र ,राशन,दवाईयाँ एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही है ।वृद्धाश्रमों को नियमत भ्रमण कर ,उनसे संवाद स्थापित कर जुड़ी समस्याओं को जानकर निदान करने का प्रयास किया जा रहा है ।

✨ आसरा अभियान के अंतर्गत अब तक ज़िले में कुल 64 बृद्ध एवं लाचार महिलाओं की ज़रूरत के समय सहायता की गई है ।

🔺 परिवार जोड़ो अभियान– हम परिवारों को तोड़ते नहीं बल्कि जोड़ते हैं यह ध्येय वाक्य लेकर हमने पारिवारिक विवादों के मामलो में 06 स्तरीय काउंसलिंग कर कुल 72 परिवारों संवाद ,समन्वय एवं लगातार परामर्श करके टूटने से बचाया है ।

✨परिवार जोड़ो अभियान संचालित होने के कारण जिले में दहेज प्रताड़ना के मामलों में 47.5% की कमी आई है ।

🔺 मजनू अभियान– मजनू अभियान का उद्देश्य महिलाओं युवतियों को स्कूल कॉलेज कोचिंग सेंटर पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर असामाजिक तत्वों की अवैध गतिविधियों से बचाना है ज़िले में मजनू अभियान अंतर्गत लगभग 592 लड़के लड़कियों और अभिभावकों को भी बच्चों पर ध्यान देने के लिए समझाइश दी गई जिससे बच्चियों निर्भीक वातावरण में अपने करियर पर ध्यान दे पा रही है।

✨मजनू अभियान संचालित होने के कारण ज़िले में छेड़-छाड़ के अपराधों में 22.3% की कमी आयी है।

🔹 नवाचार और कार्यप्रणाली

* सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना।
* संवेदनशील क्षेत्रों में महिला पेट्रोलिंग और निगरानी बढ़ाई गई।
* स्कूल–कॉलेजों में सुरक्षा संवाद और आत्मरक्षा प्रशिक्षण।
* सोशल मीडिया निगरानी एवं त्वरित शिकायत निवारण प्रणाली।
* हेल्पलाइन 112 व 1090 पर त्वरित पुलिस सहायता उपलब्ध।

🔹 पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई का कथन

“टीकमगढ़ पुलिस केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए निरंतर प्रयासरत है। नवाचारों के माध्यम से हम महिला सुरक्षा को समाज की प्राथमिक जिम्मेदारी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।”

🔹 जनअपील

टीकमगढ़ पुलिस सभी नागरिकों से अपील करती है कि किसी भी प्रकार की छेड़छाड़, हिंसा या उत्पीड़न की स्थिति में तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 112 / 1090 या नजदीकी थाना से संपर्क करें।

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