पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के नवाचार अंतर्गत टीकमगढ़ पुलिस ने ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों की समस्याओं को समझने और उनका तत्काल समाधान सुनिश्चित करने के लिए शुरू किए गए “बुंदेली ग्राम चौपाल संवाद” अभियान के प्रभावस्वरूप, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायतों में 36.63% की उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। यह परिणाम ग्रामीणों और पुलिस के बीच स्थापित खुले संवाद और सक्रिय सहयोग का सीधा प्रमाण है।

🔺 एसपी श्री मनोहर सिंह मंडलोई ने जनसंवाद चौपाल के सकारात्मक परिणाम के लिए जिले के समस्त पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को उनकी इस सफलता के लिए बधाई दी है ।

इस अभियान के तहत चौपालें ग्रामीणों के साथ जमीन पर या चबूतरों पर बैठकर आयोजित की जाती हैं, ताकि ग्रामीण सीधे अपनी समस्याएँ साझा कर सकें और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जा सके। 10 अक्टूबर 2025 को थाना लिधोरा, खरगापुर, कुड़ीला, बुढेरा और चौकी देवरदा में आयोजित चौपालों में चौकी प्रभारी, बीट अधिकारी, माइक्रो बीट प्रभारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों ने भाग लिया।

चौपाल के मुख्य पहलू और प्रभाव:

* ग्रामीणों की समस्याओं को मौके पर सुनकर तत्काल समाधान।
* आपसी विवादों और शिकायतों का स्थानीय स्तर पर निपटारा।
* नशा मुक्ति, महिला सुरक्षा और सामाजिक जागरूकता पर चर्चा।
* नवीन आपराधिक कानूनों और उनके प्रावधानों की जानकारी।
* ट्रैफिक नियमों और सड़क सुरक्षा पर ग्रामीणों को समझाइश।
* अपराध और सुरक्षा संबंधी जानकारी पुलिस तक तुरंत पहुँचाने की प्रेरणा।
* साइबर क्राइम से बचाव और हेल्पलाइन नंबर 1930 की जानकारी।

ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि पहली बार उन्हें सीधे पुलिस अधिकारियों से संवाद करने का अवसर मिला, जिससे उनके और पुलिस के बीच विश्वास और निकटता बढ़ी।

पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई ने कहा —

> “शिकायतों में कमी का यह आंकड़ा बताता है कि जब ग्रामीण और पुलिस मिलकर खुला संवाद करते हैं, तो समस्याओं का समाधान जल्दी और प्रभावी रूप से संभव होता है। ‘ग्राम चौपाल संवाद’ इसी सोच का हिस्सा है।”

टीकमगढ़ पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में जिले के सभी गांवों में चौपालों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा, ताकि हर नागरिक की आवाज़ सुनी जा सके और समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित हो।

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