जिला पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देशन में महिलाओं की सुरक्षा, स्वतंत्रता एवं समानता को सशक्त बनाने हेतु नीड, परी, भरोसा, सहारा, आसरा नामक व्यापक एवं संवेदनशील अभियान जिले में सतत रूप से संचालित किया जा रहा है। इस नवाचारी पहल का लक्ष्य महिला के जन्म से पूर्व (गर्भावस्था) से लेकर बुढ़ापे तक हर चरण में सुरक्षा, संरक्षण और आत्मविश्वास सुनिश्चित करना है।
👉 नीड अभियान अंतर्गत महिला सेल की टीम द्वारा अवैध गर्भपात एवं भ्रूण परीक्षण के विरुद्ध कार्रवाई
दिनांक 28 नवम्बर 2025 को अभियान के ‘नीड वर्ग’ के अंतर्गत महिला सेल की टीम ने शहर के विभिन्न सोनोग्राफी केंद्रों एवं मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अवैध गर्भपात एवं भ्रूण परीक्षण से संबंधित गतिविधियों की गहन जांच की गई।
निरीक्षण के प्रमुख बिंदु:
* उपस्थित महिलाओं एवं पुरुषों को बेटा–बेटी में भेदभाव न करने तथा बालिका के महत्व के संबंध में जागरूक किया गया।
* सोनोग्राफी केंद्र संचालकों और स्टाफ को कानूनी प्रावधानों, विशेषकर भ्रूण परीक्षण पर पूर्ण प्रतिबंध, से अवगत करवाते हुए कड़ी चेतावनी दी गई।
* मेडिकल स्टोर संचालकों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि, भ्रूण परीक्षण अथवा अवैध गर्भपात संबंधी सूचना तत्काल पुलिस को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
अभियान का प्रभाव : भ्रूण हत्या के मामलों में उल्लेखनीय कमी
जिला पुलिस अधीक्षक की इस दृढ़ एवं सतत पहल के परिणामस्वरूप वर्ष 2025 में भ्रूण हत्या के मामलों में वर्ष 2024 की तुलना में 42.85% की कमी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा अभियान की सफलता, बढ़ती जनजागरूकता तथा पुलिस–प्रशासन के समन्वित प्रयासों का स्पष्ट प्रमाण है।
बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए निरंतर प्रयास
जिला पुलिस प्रशासन महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा के इस मिशन को और अधिक व्यापक व प्रभावी बनाने हेतु सतत कार्यरत है, ताकि हर बालिका सुरक्षित जन्म ले सके और अपने जीवन में सम्मान, समान अवसर एवं सुरक्षित वातावरण प्राप्त कर सके।





