जिले में पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के मार्गदर्शन में संचालित “परिवार जोड़ो अभियान” आज संवेदनशील पुलिसिंग और मानवता की नई पहचान बन चुका है।
इस पहल के माध्यम से टीकमगढ़ पुलिस परिवारों में उत्पन्न मतभेदों को सुलझाने के लिए संवाद, समझ और स्नेह को माध्यम बना रही है। पति-पत्नी के बीच उपजे विवादों को अदालत या आरोपों तक सीमित न रखकर, उन्हें 6-स्तरीय काउंसलिंग प्रक्रिया के ज़रिए एक-दूसरे को समझने और विश्वास पुनः स्थापित करने का अवसर दिया जा रहा है।
अब तक इस अभियान के माध्यम से 67 परिवारों ने पुनः साथ रहने का निर्णय लिया है, जो आपसी प्रेम, विश्वास और संवाद की शक्ति का जीवंत प्रमाण है।
इसी क्रम में, आवेदिका दीपा घोष ने अपने अनावेदक पति रवि घोष निवासी ग्राम सेराइ थाना दिगोड़ा जिला टीकमगढ़ ने अपने अनावेदक पति व ससुराल वालों के के साथ चल रहे पारिवारिक मतभेद के समाधान हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था।
महिला थाना पुलिस ने इस मामले को अत्यंत संवेदनशीलता के साथ लिया और दिनांक 26 अक्टूबर 2025 को दोनों पक्षों को आमंत्रित कर संवाद का अवसर प्रदान किया। काउंसलिंग के दौरान पुलिस अधिकारियों ने दोनों को एक-दूसरे की भावनाओं को समझने, जिम्मेदारियों को साझा करने और मतभेदों को वार्ता के माध्यम से सुलझाने का संदेश दिया।
पुलिस के स्नेहपूर्ण मार्गदर्शन और सहयोगात्मक वातावरण में दोनों पक्षों ने अपने मन के द्वार खोले और अंततः आपसी सहमति से पुनः साथ रहने का निर्णय लिया।
🔹 इस सार्थक और मानवीय प्रयास के परिणामस्वरूप जिले में दहेज प्रताड़ना एवं पारिवारिक विवादों में 47.5% की कमी दर्ज की गई है — जो समाज में संवेदनशील पुलिसिंग की प्रभावशीलता का प्रमाण है।
पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई का यह प्रयास केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के ताने-बाने को जोड़ने की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल बन गया है।
“परिवार जोड़ो अभियान” ने यह संदेश दिया है कि जब पुलिस संवाद और संवेदना के साथ आगे बढ़ती है, तो समाज में न केवल शांति बल्कि विश्वास और रिश्तों की गर्माहट भी लौट आती है।
➡️ महिला थाने की इस सराहनीय कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक मथुरा प्रसाद गोंड ,महिला प्रधान आरक्षक रामसखी ,महिला प्रधान आरक्षक ज्योति यादव ,महिला आरक्षक नीलम काजले ,आरक्षक शिवेंद्र प्रताप सिंह बुंदेला की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।
दोनों पक्षों को महिला थाना बुलाया जाकर समझाएं दी जाकर राजीखुशी से साथ रहने को समझाया गया महिला थाना द्वारा दी गई समझाइस पर दोनों पक्ष राजीखुशी से एक दूसरे के साथ रहने को तैयार हुए महिला थाना द्वारा परिवार जोड़ने की परंपरा लगातार की जा रही है जिसमें एक और परिवार टूटने से बचाया गया!





