महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और समानता को जीवन के हर पड़ाव पर सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के मार्गदर्शन में टीकमगढ़ पुलिस ने एक अनूठा नवाचार अभियान शुरू किया है। इस अभियान को पाँच चरणों – “नीड, परी, भरोसा, सहारा और आसरा” – में विभाजित किया गया है, जो महिला के गर्भ से लेकर वृद्धावस्था तक के जीवनक्रम को सुरक्षा और संवेदना से जोड़ता है।

👉 थानों में गठित विशेष महिला सुरक्षा दल
अभियान के अंतर्गत जिले के सभी थानों में महिला सुरक्षा दल गठित किए गए हैं। ये दल महिलाओं और बालिकाओं से प्रत्यक्ष संवाद कर जागरूकता कार्यक्रम, संवाद सत्र और रचनात्मक गतिविधियाँ संपन्न कर रहे हैं। उद्देश्य है कि हर महिला और युवती अपने अधिकारों, कानूनों और सुरक्षा उपायों के प्रति सजग रहे।

👉 ‘भरोसा’ अभियान के तहत नवयुवतियों संग संवाद :-

इसी क्रम में 10 सितम्बर 2025 को महिला थाना प्रभारी निरीक्षक मथुरा प्रसाद गौंड और उनकी टीम ने ‘भरोसा’ चरण के अंतर्गत नवयुवतियों के साथ एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।

इस कार्यक्रम में—

* छात्राओं और युवतियों की सुरक्षा से जुड़ी समस्याएँ सुनी गईं।
* उनके शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था पर संवाद किया गया।
* उन्हें उनके कानूनी अधिकारों और उपलब्ध संसाधनों की जानकारी दी गई।
* पुलिस की महत्वपूर्ण हेल्पलाइन सेवाओं का विवरण साझा किया गया।
* साथ ही थाना प्रभारी का व्यक्तिगत नंबर उपलब्ध कराते हुए पूर्ण भरोसा दिलाया गया कि किसी भी स्थिति में पुलिस तत्पर रहेगी।

👉 इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक मथुरा प्रसाद गौंड, उप निरीक्षक धनवंती और आरक्षक रिया जैन उपस्थित रहे।

✨ पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई का संदेश
“महिला सुरक्षा केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं बल्कि सामाजिक दायित्व भी है। हमारा लक्ष्य है कि हर आयु की महिला स्वयं को सुरक्षित, सम्मानित और आत्मनिर्भर महसूस करे। ‘नीड से आसरा’ तक का यह अभियान इसी सोच को मूर्त रूप देने का प्रयास है।”

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