दिनांक 28 जुलाई 2025 को टीकमगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के संज्ञान में एक ऐसा मामला आया, जिसमें पुलिस विभाग के एक आरक्षक महेंद्र रावत द्वारा अनजाने में ₹5900/- (पाँच हजार नौ सौ रुपये) की राशि गलती से पुलिस अधीक्षक को भेज दी गई थी।मामले की गंभीरता को समझते हुए श्री मंडलोई ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित आरक्षक को कार्यालय बुलाया, स्थिति की वस्तुनिष्ठ जांच की, और इसके उपरांत पूरी राशि ₹5900/- तत्काल आरक्षक के बैंक खाते में वापस की । साथ ही आरक्षक को भविष्य में ऐसी त्रुटियों से बचने के लिए ऑनलाइन लेन-देन में आवश्यक सतर्कता बरतने की स्पष्ट समझाइश दी गई।
👉 इस संदर्भ में, पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई द्वारा आम नागरिकों से भी अपील की है कि डिजिटल माध्यम से लेन-देन करते समय निम्नलिखित सावधानियाँ अवश्य बरतें:-
🔒 UPI ट्रांजेक्शन करते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान:
1. ✅ लेन-देन करने से पहले प्राप्तकर्ता की जानकारी की पूरी जांच करें— जैसे कि मोबाइल नंबर, यूपीआई आईडी, खाता संख्या, या क्यूआर कोड।
2. 🚫 अनजान लिंक या कॉल से मिली यूपीआई रिक्वेस्ट स्वीकार न करें— साइबर ठग फर्जी रिक्वेस्ट भेजकर पैसा निकाल सकते हैं।
3. 📲 केवल विश्वसनीय और अधिकृत एप्लिकेशन (PhonePe, Google Pay, BHIM, आदि) का ही उपयोग करें।
4. 🧾 हर ट्रांजेक्शन का स्क्रीनशॉट और SMS अलर्ट रखें— संदिग्ध गतिविधि होने पर यह सबूत के तौर पर सहायक होगा।
5. 🔐 यूपीआई पिन को कभी भी किसी से साझा न करें, न ही किसी से कॉल पर बताएं — बैंक या पुलिस कभी भी आपकी गोपनीय जानकारी नहीं मांगते।
6. 📵 सार्वजनिक वाई-फाई पर ट्रांजेक्शन करने से बचें, इससे आपकी जानकारी असुरक्षित हो सकती है।
7. 🧠 जल्दबाजी में लेन-देन न करें— एक क्षण की सावधानी, बड़ी हानि से बचा सकती है।
📢 पुलिस अधीक्षक की अपील:
पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई ने इस अवसर पर कहा कि,
> “डिजिटल लेन-देन की सुविधा जितनी आसान है, उतनी ही संवेदनशील भी है। नागरिकों को चाहिए कि वे सतर्क रहें और हर लेन-देन से पहले दो बार सोचें। सावधानी ही सुरक्षा है।”
टीकमगढ़ पुलिस आपकी सुरक्षा और सेवा के लिए सदैव तत्पर है। किसी भी साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में तत्काल निकटतम पुलिस थाने की साइबर हेल्प डेस्क या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।