टीकमगढ़ जिले में पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देशन में महिला एवं बाल सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक सराहनीय पहल की गई।
महिला सेल एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू) की संयुक्त टीम द्वारा टीकमगढ़ बालगृह का भ्रमण कर वहाँ रह रहे बच्चों से संवेदनशील संवाद किया गया।
👦🏻 10 बच्चों से की आत्मीय बातचीत, परेशान बच्चे को दी सहानुभूतिपूर्ण समझाइश:-
निरीक्षण के दौरान पुलिस टीम ने बालगृह में निवासरत 10 बच्चों से व्यक्तिगत बातचीत कर उनकी मानसिक, भावनात्मक एवं शैक्षणिक स्थिति को समझा।
🔸 विशेष रूप से एक बच्चा जो मानसिक रूप से विचलित दिखा, उसकी समस्या गंभीरता से सुनी गई और उसे सहानुभूति व परामर्श के माध्यम से भावनात्मक सहयोग प्रदान किया गया।
🤝 काउंसलर व स्टाफ से समन्वय, बेहतर वातावरण की दिशा में सुझाव:-
पुलिस टीम ने बच्चों से संवाद के उपरांत बालगृह के काउंसलर एवं स्टाफ से भी विस्तृत चर्चा की। चर्चा में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक सहयोग एवं व्यवस्था पर फोकस किया गया।
🍬 बच्चों को टॉफी वितरित कर बढ़ाया आत्मविश्वास:-
पुलिस टीम द्वारा सभी बच्चों को टॉफियाँ वितरित की गईं, जिससे बच्चों के चेहरों पर मुस्कान दिखी और पुलिस के प्रति सकारात्मक भावनात्मक जुड़ाव बना।
🧑🏻✈️ कार्यक्रम में उपस्थित पुलिस टीम:-
प्रधान आरक्षक रानू विश्वकर्मा – महिला सेल, टीकमगढ़
प्रधान आरक्षक ज्ञानेंद्र रजक – एसजेपीयू इकाई, टीकमगढ़
🎯 अभियान का उद्देश्य:-
“पुलिस की भूमिका केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के वंचित और असहाय वर्गों के प्रति संवेदनशील सहभागिता भी उसका उत्तरदायित्व है।”
🔖 टीकमगढ़ पुलिस का संदेश:-
“हर बच्चा खास है – उसकी मुस्कान हमारी जिम्मेदारी है”
टीकमगढ़ पुलिस बाल संरक्षण, महिला सुरक्षा एवं मानवीय पुलिसिंग के दायरे में ऐसे प्रयास निरंतर जारी रखेगी।